
Fact24 News:हर सुबह नहाने के बाद…या ऑफिस जाने से पहले…हम में से ज़्यादातर लोग परफ्यूम या बॉडी स्प्रे लगाना नहीं भूलते।क्यों कि इससे हमें मिलता है…एक ताजगी का अहसास,एक अच्छी खुशबू,और एक आत्मविश्वास। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है…
इस खुशबू के पीछे छिपे ज़हर के बारे में?”
इस खुशबू के पीछे कुछ ऐसे रसायन छुपे हो सकते हैं जो हमारी सेहत पर चुपचाप असर डाल रहे हैं।
आपकी पसंदीदा खुशबू कई स्वास्थ्य समस्याओं में योगदान दे सकती है. कई परफ्यूम में ऐसे केमिकल होते हैं जो त्वचा में जलन, एलर्जी या सिरदर्द का कारण बन सकते हैं. इसके अलावा, कुछ लोगों को परफ्यूम की तेज महक से घबराहट या तनाव भी महसूस हो सकता है. इसके साथ ही इस अध्ययन में यह भी पता चला है कि परफ्यूम और बॉडी स्प्रे में मौजूद कुछ केमिकल हार्मोन को बाधित कर सकते हैं और प्रजनन (रिप्रोडक्टिव) संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकते हैं. मेडिकल विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इसका प्रजनन प्रणाली (reproductive system) पर बुरा असर पड़ सकता ह.
हॉरमोन को प्रभावित करने वाले गुण
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्राकाशित एक शोध के मुताबिक, पैराबेंस और थैलेट्स जैसे केमिकल, जो अक्सर बॉडी स्प्रे और परफ्यूम में पाए जाते हैं, हमारे शरीर में हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं. लंबे समय तक इन्हें सीधे त्वचा पर लगाने से शरीर पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है, भले ही आप इसे कम मात्रा में इस्तेमाल करें, फिर भी यह आपको नुकसान पहुंचाता है. इन केमिकल में टेस्टोस्टेरोन को प्रभावित करने की क्षमता होती है, जो एक महत्वपूर्ण मेल हार्मोन है. अगर इस हार्मोन का लेवल कम हो जाता है, तो शुक्राणु (Sperm) प्रोडक्शन कम हो जाता है और शुक्राणु की गुणवत्ता प्रभावित होती है. यह आदत अगर लंबे समय तक बनी रहें, तो बांझपन का कारण बन सकती हैं.
महिला और पुरुष में दोनों हो सकते हैं प्रभावित
शोध से पता चला है कि हाल ही में डायग्नोस्टिक सेंटरों में हॉरमोनल बदलावों के कारण समस्याओं का सामना करने वाले युवाओं की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है. इन केमिकल के प्रभाव से प्रजनन क्षमता में कमी न केवल पुरुषों में ही नहीं बल्कि महिलाओं में भी गंभीर है. ये पदार्थ हार्मोन एस्ट्रोजन के स्तर को कम करने में भूमिका निभाते हैं. इससे मासिक धर्म चक्र की अनियमितता, ओव्यूलेशन में व्यवधान और प्रजनन क्षमता में कमी जैसी समस्याएं होती हैं.
खास सावधानियां बरतने की जरूरत
इन केमिकल के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. खास तौर पर, बॉडी स्प्रे को सीधे त्वचा पर लगाने से बचना चाहिए. इसके बजाय, अगर कपड़ों पर संयम से इस्तेमाल किया जाए, तो त्वचा केमिकल के सीधे संपर्क में नहीं आएगी. साथ ही, गर्भवती महिलाओं और हार्मोन से संबंधित ट्रीटमेंट लेने वालों को इन उत्पादों के इस्तेमाल के बारे में ज्यादा सावधान रहना चाहिए.
इसका मतलब यह नहीं है कि आपको परफ्यूम और बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. लेकिन ऐसे प्रोडक्स का चुनाव करना बेहतर है जिनमें ज्यादातर प्राकृतिक सुगंधों का इस्तेमाल किया जाता है. तुलसी, लौंग और नींबू जैसी प्राकृतिक सुगंधों से बने परफ्यूम इस समय बाजार में उपलब्ध हैं. ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक केमिकल से सुरक्षा प्रदान करते हैं. अगर आपको किसी भी तरह की समस्या का संदेह है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए…
