ऋषिकेश में नकली सोने से लोन लेने की कोशिश, दो शातिर गिरफ्तार

यह घटना ऋषिकेश की है, जहाँ दो शातिर अपराधियों ने बैंक से लोन प्राप्त करने के लिए नकली सोने का इस्तेमाल किया। बैंक अधिकारियों को धोखा देने की कोशिश करने वाले इन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह मामला पहले भी धोखाधड़ी के मामलों से जुड़ा हुआ है, और यह साबित करता है कि अपराधी कभी ना कभी पुलिस के गिरफ्त में आते हैं।

ऋषिकेश: नकली गोल्ड दिखाकर बैंक से गोल्ड लोन लेने की कोशिश कर रहे उत्तर प्रदेश के दो शातिर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके पास से नकली गोल्ड बरामद किया है. जिसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई तेज कर दी है.

ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आर एस खोलिया ने बताया कि मामले में रमन सचदेवा, निवासी अपर गंगानगर ऋषिकेश हाल प्रबंधक आईसीआईसीआई बैंक ऋषिकेश द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में आकर शिकायत दी कि 13 फरवरी को सुरेंद्र व संतोष जनक उनके आईसीआईसीआई बैंक ऋषिकेश शाखा में ज्वैलरी (2 कंगन, 1 जोड़ी झुमकी, 1 ब्रेसलेट) के बदले गोल्ड लोन लेने के लिए आए. गोल्ड लोन एक्सपर्ट हिमांशु रस्तोगी द्वारा उक्त ज्वैलरी की जांच करने पर वो नकली पाई गए. सुरेन्द्र व संतोष जनक द्वारा नकली सोने को असली बताकर धोखाधड़ी करके गोल्ड लोन लेना चाहते थे. पहले भी सुरेंद्र ने 336000 रुपए का और संतोष जनक ने 803175 रुपए का लोन नकली सोने पर इसी शाखा से धोखाधड़ी करके लिया है.

 

तहरीर के आधार पर तत्काल अभियोग पंजीकृत किया गया. पुलिस की टीम ने मामले के आरोपी सुरेंद्र, निवासी विनोद विहार कालोनी छिद्दरवाला देहरादून, स्थायी पता-ग्राम बजेरा थाना बरसाना जिला मथुरा यूपी और संतोष जनक, निवासी फरह वार्ड 1,शाही सराय फतेहा मथुरा यूपी को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में आरोपी संतोष जनक ने बताया कि वह आगरा में गाइड का काम करता था, जहां उसकी मुलाकात अभियुक्त राजेंद्र से हुई थी, जो लेबरी का काम करता था. उनके द्वारा पूर्व में भी नकली ज्वैलरी से बैंक से गोल्ड लोन लिया था. इस बार भी वह दोनों नकली ज्वैलरी से गोल्ड लोन लेने के लिए बैंक में आए थे. पुलिस द्वारा अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है.

सम्बंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *