
टेक्सास: परीक्षण उड़ान के दौरान गुरुवार को स्पेसएक्स ने उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद अपने स्टारशिप रॉकेट से संपर्क खो दिया. जिससे अब उस अंतरिक्ष यान के बारे में कुछ भी पता लगाना काफी मुश्किल हो गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 403-फुट (123-मीटर) रॉकेट सूर्यास्त से कुछ समय पहले ही टेक्सास से प्रक्षेपित हुआ था. बता दें कि इससे लगभग दो महीने पहले एक और परीक्षण के दौरान ऐसा ही एक रॉकेट विस्फोट में समाप्त हो गया था.
इससे पहले स्पेसएक्स ने लॉन्च साइट पर यांत्रिक भुजाओं का उपयोग करके पहले चरण के बूस्टर को सफलतापूर्वक वापस धरती पर स्टेशन करने में सफलता प्राप्त की थी. लेकिन उसके बाद से ऊपरी चरण के अंतरिक्ष यान को पूर्व की ओर बढ़ने में समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है. बताया जा रहा है कि टेक्सास से प्रक्षेपित ताजा रॉकेट के कई इंजन समय से पहले बंद हो गये थे. जिससे योजना के अनुसार हिंद महासागर पर नियंत्रित अवतरण की प्रक्रिया को नहीं दोहराया जा सका.
जानकारी के अनुसार, एक घंटे तक चलने वाला यह मिशन अपने चार नकली उपग्रहों को निर्धारित स्थान पर छोड़ने में असमर्थ रहा. स्थिरता खोने से पहले अंतरिक्ष यान लगभग 90 मील (150 किलोमीटर) की ऊंचाई पर पहुंच गया था. यह स्पष्ट नहीं है कि यह आखिरकार कहां गिरा. स्पेसएक्स फ्लाइट कमेंटेटर डैन ह्यूट ने लॉन्च साइट से कहा कि दुर्भाग्य से, पिछली बार भी ऐसा हुआ था, इसलिए अब हमारे पास इसका अध्ययन करने को काफी कुछ है.
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स्पेसएक्स के पास स्टारशिप के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं. नासा ने इसे भविष्य के चंद्र लैंडिंग के लिए चुना है, जबकि कंपनी के संस्थापक एलन मस्क ने रॉकेट को अंततः मनुष्यों को मंगल ग्रह पर पहुंचाने की कल्पना की है. पिछले परीक्षण की तरह, इस मिशन में स्पेसएक्स के स्टारलिंक इंटरनेट उपग्रहों से मिलते-जुलते चार नकली उपग्रह थे. उन्हें पृथ्वी पर वापस गिरने से पहले कुछ समय के लिए अंतरिक्ष में छोड़ा जाना था.
