
हल्द्वानी- फैक्ट 24 न्यूज़: डॉक्टर सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के बाहर राज्यमंत्री हरीश पनेरु के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान युवा नेता कमल मेवाड़ी और एनएस बरगली ने कहा कि ग्रामीण जनता पर बढ़े हुए दरों को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा और इसके लिए बड़ा संघर्ष किया जाएगा। राज्य आंदोलनकारी पीसी शर्मा ने कहा कि गरीब जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को महंगा किया जा रहा है, जो उचित नहीं है।
माधवानंद बुग्याल ने कहा कि राज्य के नेता जनता के लिए काम करने के बजाय सिर्फ कुर्सी पर बैठे हैं और गरीबों की चिंता करने वाला कोई नहीं है। हरीश पनेरु ने कहा कि जनता को अपने और पराए की पहचान करने की जरूरत है तभी ग्रामीण और गरीब जनता का भला हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड के अधिकतर सत्ताधारी पार्टी के विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।
पनेरु ने कहा कि वे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन देकर इन मुद्दों से अवगत करा चुके हैं और अब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को भी इन समस्याओं से अवगत कराएंगे। अगर सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देती है, तो उनके खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अरुण मोहन जोशी से भी मुलाकात की और उनसे गरीब जनता की समस्याओं को शासन के सामने रखने का अनुरोध किया। प्राचार्य ने इस पर आश्वासन दिया कि वे इन समस्याओं को शासन के सामने रखेंगे।
पनेरु ने यह भी कहा कि वे पंडित नारायण दत्त तिवारी के सपने को टूटने नहीं देंगे और सुशीला तिवारी अस्पताल की अव्यवस्थाओं और बढ़े हुए दरों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। धरना प्रदर्शन के दौरान सुरेश भट्ट, जगदीश भट्ट, ईश्वर आर्य, दीपक बुग्याल, जगदीश मेलकानी, पूरन चंद विनवाल, हरक सिंह रावत, कंचन जोशी, खिमेश परगांई, बबलू महरा, सौरभ महरा, खिमेश पनेरु, विपिन पनेरु, छात्र नेता निखिल कुमार, जानकी पड़लिया, डुंगर मोहन पनेरु सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। अंत में, नारेबाजी के बाद धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया।
