
हल्द्वानी – फैक्ट 24 न्यूज़ : आज सुबह हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भीमताल बस दुर्घटना में घायलों का हालचाल जानने पहुंचे राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू को पुलिस उठा ले गई, इस दौरान पुलिस को भनक लगी कि कहीं हरीश पनेरू मुख्यमंत्री के दौरे से ठीक पहले व्यवस्थाओं और इलाज को लेकर हल्ला न बोल दें। प्रशासन की प्राथमिकता अपनी छवि बनाए रखने की पहले थी, ऐसे में पुलिस हरीश पनेरू को पकड़कर कोतवाली ले आई।
हरीश पनेरू ने बताया कि वो सुशीला तिवारी अस्पताल घायलों का हालचाल और इलाज देखने पहुंचे थे। जब उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट से गंभीर घायलों को जल्द से जल्द हायर सेंटर रेफर करने को कहा तो उन्होंने कहा कि एक गंभीर मरीज को आज सुबह की हेली एम्बुलेंस से ऋषिकेश एम्स एयरलिफ्ट किया गया है। बाकी डाक्टरों के परीक्षण के बाद मरीजों को रेफर किया जाएगा। इस काम में अभी थोड़ा वक्त लगेगा।
8442220e-94fe-42de-9b89-0532767a18a8
हरीश पनेरू ने बताया कि जब उन्होंने व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए तो पुलिस ने उन्हें ही उठा लिया। जिसके बाद पुलिस इन्हें कोतवाली ले आई। और करीब एक घंटे से ज्यादा अपनी कस्टडी में बैठाए रखा। जब उन्होंने पुलिस से कहा कि वो किसी का विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि गंभीर घायलों के बेहतर इलाज की वकालत कर रहे हैं तो पुलिस ने उन्हें कोतवाली से उनके आरटीओ रोड घर में नजरबंद कर दिया।
राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू ने कहा कि मुख्यमंत्री के विरोध का उनका कोई इरादा नहीं था। लेकिन पुलिस ने वर्दी का रौब दिखाकर उन्हें नजरबंद कर दिया। साफ है कि शासन प्रशासन अपनी नाकामियों को छुपा रहा है। ऐसे में हर बार की तरह पुलिस को आगे कर दिया है। अब जब तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुशीला तिवारी अस्पताल में बस हादसे के घायलों से नहीं मिल लेते तब तक पुलिस हरीश पनेरू के घर के बाहर तैनात रहेगी। पुलिस को यह आशंका भी होगी कि कहीं हरीश पनेरू घर से चकमा देकर ठीक मुख्यमंत्री के सामने सुशीला तिवारी कूंच न कर जाएं। इसका ट्रेलर हरीश पनेरू ने पूर्व डीजीपी अभिनव कुमार के दौरे में भी दिखाया था।
