
हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत अपने बेहतर कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. कुमाऊं कमिश्नर जनसुनवाई के दौरान कई लोगों को न्याय दिला चुके हैं. कैंप हल्द्वानी में जनसुनवाई में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के जनसुनवाई कार्यक्रम में 6 से 7 करोड़ के गबन का मामला सामने आया है. जिसमें 50 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है. पूरे मामले में कुमाऊं कमिश्नर ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
मुकदमा दर्ज करने और मामले की जांच के निर्देश
इसी प्रकार लगभग समूह में 50 से अधिक व्यक्तियों ने लगभग 6 से 7 करोड़ रुपया जमा किए हैं. लेकिन अब समूह चलाने वाले दंपति ना तो समूह के सदस्यों का पैसा लौटा रहे हैं ना ही फोन उठा रहे हैं. कहा कि ना ही कोई जवाब उनकी तरफ से दिया जा रहा है. शिकायतकर्ताओं ने कहा कि उनका शक है कि दंपति शहर से भाग सकते हैं. लिहाजा उन पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए. मामले में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस से मुकदमा दर्ज करने और मामले की जांच के निर्देश दिए हैं.
जनसुनवाई में हल्द्वानी की कई महिलाओं ने शिकायत करते हुए कहा कि रामपुर रोड निवासी एक दंपति एक समूह चलाते थे. जिसमें जमा की गई रकम से कहीं ज्यादा धनराशि दी जाती थी. इसी को देखते हुए उन्होंने समूह में धनराशि जमा करनी शुरू की. कमिश्नर दरबार में आई शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वो साल 2016 से समूह में रकम जमा कर रही हैं, कई महिलाओं ने 20 लाख, 34 लाख, 7 लाख 45 हजार, 14 लाख जैसी रकम जमा की है.
