
उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा क्षेत्र में 8 फरवरी 2024 को हुई हिंसा के बाद अब एक महिला कांस्टेबल की जान बचाने वाले परिवार को धमकियां मिल रही हैं। 8 फरवरी को हुई हिंसा में कई लोग घायल हुए थे और सरकारी व निजी संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ था। हिंसा के दौरान पुलिसकर्मी, प्रशासन और मीडिया कर्मियों पर हमले हुए थे, लेकिन कुछ परिवार पुलिसकर्मियों के लिए मददगार साबित हुए थे।
बनभूलपुरा क्षेत्र के एक परिवार ने महिला कांस्टेबल को अपनी जान जोखिम में डालकर हिंसा के दौरान अपने घर में शरण दी थी, जिससे उनकी जान बचाई जा सकी। अब यह परिवार धमकियों का शिकार बन गया है। मेहरीन पत्नी आबिद अहमद, जो इस परिवार की सदस्य हैं, ने मंगलवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी, नितिन लोहनी से मुलाकात कर अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि घटना के बाद से ही कुछ लोग उनके और उनके परिवार के खिलाफ नफरत और गालियां देने लगे हैं।
मेहरीन ने आरोप लगाया कि ये लोग उन्हें जान से मारने की धमकी देते हैं और कहते हैं कि पुलिसवालों को बचाकर उन्होंने गलत किया है। इसी के चलते उनका परिवार मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान हो रहा है। उनके पति आबिद ने बताया कि उनकी एक बेटी के साथ भी मारपीट की गई।
पीड़ित परिवार की शिकायत पर बनभूलपुरा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, और मामले में सीओ सिटी नितिन लोहनी ने भी जांच के आदेश दिए हैं।
