
हल्द्वानी- फैक्ट 24 न्यूज़: उत्तराखंड वन बीट अधिकारी/वन आरक्षी संघ के प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर 13 फरवरी 2025 से शुरू हुए कार्य बहिष्कार और धरना प्रदर्शन का आयोजन 14 फरवरी 2025 को हल्द्वानी के अरण्य भवन, रामपुर रोड पर जारी रहा। यह प्रदर्शन पश्चिमी व्रत, तराई पूर्वी वन प्रभाग, तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर और हल्द्वानी वन प्रभाग के वन बीट अधिकारियों और वन आरक्षियों द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने अपनी मुख्य मांगों को रखा, जो निम्नलिखित हैं:
1. वर्दी में एक स्टार की स्वीकृति – वन बीट अधिकारियों और वन आरक्षियों को अपनी वर्दी में एक स्टार धारण करने की अनुमति दी जाए।
2. वन सेवा नियमावली 2016 को पुनः लागू करना – वन सेवा नियमावली 2016 को पूर्व की तरह लागू किया जाए।
3. वन दारोगा पदों पर नई भर्ती का अध्यादेश वापस लेना – वन दारोगा के पदों पर नई भर्ती के लिए जारी अध्यादेश को वापस लिया जाए।
4. अतिरिक्त वेतन की मांग – पुलिस सिपाहियों की तर्ज पर वन बीट अधिकारियों और वन आरक्षियों को भी वर्ष में एक महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाए।
5. HRA (हाउस रेंट अलाउंस) की मांग – वन चौकियों में रह रहे वन बीट अधिकारियों को HRA (हाउस रेंट अलाउंस) दिया जाए।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व कुमाऊं मंडल अध्यक्ष हर्षवर्धन गढ़िया ने किया। इस अवसर पर वन बीट अधिकारी संघ पश्चिमी व्रत हल्द्वानी के महामंत्री भूपाल सिंह करायत, तराई पूर्वी वन प्रभाग के अध्यक्ष गुरविंदर सिंह, केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर के अध्यक्ष किशन सनवाल, हल्द्वानी वन प्रभाग के अध्यक्ष भुवन चंद्र पनेरु, महामंत्री तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर नवल किशोर, और ममता गोस्वामी (महिला उपाध्यक्ष, हल्द्वानी वन प्रभाग) सहित अन्य कई वन अधिकारी और आरक्षी उपस्थित रहे।
इस प्रदर्शन में लगभग 250 वन बीट अधिकारी और वन आरक्षी शामिल हुए, जिन्होंने अपनी मांगों को लेकर एकजुटता दिखाई। यह प्रदर्शन वन विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं और मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
