
भारत में कुपोषण एक गंभीर समस्या है, और इसे खत्म करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। इनमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय पोषण मिशन, आंगनवाड़ी सेवाएं और अन्य स्वास्थ्य योजनाएं शामिल हैं।
आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 की रिपोर्ट में प्रदेश में अति कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ने का खुलासा हुआ है। वर्ष 2020-21 में प्रदेश में कुपोषित बच्चे 8856 व अति कुपोषित बच्चों की संख्या 1129 थी। इनमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 2024-25 में बढ़कर 2983 पहुंच गई
