
चमोली (बद्रीनाथ) फैक्ट 24 न्यूज़ – श्रद्धा और आस्था के केंद्र श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार सुबह ठीक 6 बजे शुभ रवि पुष्य योग में विधिविधान के साथ खोल दिए गए। इस अवसर पर पूरे धाम में ‘जय बदरी विशाल’ के जयकारों की गूंज सुनाई दी। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया गया।
छह महीने की प्रतीक्षा के बाद कपाट खुलने के इस शुभ दिन को लेकर भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला। देश-विदेश से 10,000 से अधिक श्रद्धालु धाम पहुंचे और अखंड ज्योति के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े नजर आए।
रवि पुष्य योग वह विशेष संयोग होता है जब पुष्य नक्षत्र, जो कि 27 नक्षत्रों में से एक है, रविवार के दिन पड़ता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह योग अत्यंत शुभ होता है और इसमें आरंभ किए गए कार्य लंबे समय तक शुभ फल देते हैं। इसी कारण बदरीनाथ धाम के कपाट प्रतिवर्ष इसी योग में खोले जाते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाटोद्घाटन के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन अत्यंत पावन है। उन्होंने उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुखद और सुरक्षित यात्रा की कामना करते हुए बताया कि चारधाम यात्रा थोड़ी कठिन जरूर है, लेकिन सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं।
कपाट खुलने के अवसर पर बदरीनाथ मंदिर को 40 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया। देर रात तक मंदिर के सिंहद्वार और प्रमुख हिस्सों पर सजावट का कार्य चलता रहा। श्रद्धालुओं ने इस अद्भुत श्रृंगार को देखकर भावविभोर होकर जयकारे लगाए।
इस वर्ष यात्रा को पॉलीथिन मुक्त बनाने की दिशा में प्रशासन ने अहम कदम उठाया है। चमोली जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने धाम और यात्रा मार्ग पर स्थित होटलों, ढाबों से पॉलीथिन का प्रयोग न करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही प्रतिष्ठानों को साफ-सफाई बनाए रखने, रेट लिस्ट चस्पा करने और फायर सिलिंडर अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिए गए हैं।
