
Uttarakahnd News- फैक्ट 24 न्यूज़: उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर को लेकर चल रही राजनीतिक बहस और प्रदेश सरकार के निर्णय के बारे में यह जानकारी महत्वपूर्ण है। स्मार्ट मीटर लगाने का उद्देश्य बिजली वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाना है, जिससे बिजली चोरी जैसी समस्याओं पर अंकुश लगाया जा सके। हालांकि, इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों के बीच तीखी बहस छिड़ी हुई है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का निर्देश दिया है। अब तक राज्य में 24 हजार उपभोक्ताओं के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। किच्छा के कांग्रेस विधायक ने स्मार्ट मीटर तोड़कर अपना विरोध जताया, जिसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने उनका समर्थन किया। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह बिजली चोरी रोकने के प्रयासों में बाधक बन रही है। भाजपा ने यह भी कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश में भी स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं।
