
अल्मोड़ा/ भिकियासैंण – फैक्ट 24 न्यूज़ : ककलासों पट्टी, जो अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण विकास खंड में स्थित है, एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर क्षेत्र है जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों को आकर्षित करता है। यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए भी जाना जाता है। इस बार ककलासों पट्टी में एक ऐतिहासिक और दिव्य आयोजन की तैयारियां चल रही हैं, जो 1971 के बाद पहली बार होने जा रहा है। यह आयोजन भगवान श्री राम की लीला का भव्य मंचन है, जिसे 28 मई 2025 से शुरू किया जाएगा।
इस रामलीला के आयोजन को लेकर ककलासों पट्टी के स्थानीय ग्रामीण और प्रवासी दोनों ही काफी उत्साहित हैं। सांस्कृतिक रामलीला कमेटी ककलासों जीनापानी के अध्यक्ष हेम चंद्र हरबोला ने बताया कि ककलासों पट्टी पुरातन काल से ही समृद्ध और खुशहाल रही है और यह क्षेत्र धार्मिक चेतना का प्रतीक भी रहा है। इस बार की रामलीला में ककलासों क्षेत्र के स्थानीय कलाकारों और ग्रामीणों को भगवान श्री राम की लीला में अभिनय का अवसर मिलेगा, जिससे क्षेत्र में सांस्कृतिक उत्थान के साथ-साथ एकता का भी परिचय मिलेगा।
इस आयोजन को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए जीनापानी को अयोध्या की तरह सजाया जा रहा है। संस्था के संरक्षक कृपाल सिंह रौतेला ने कहा कि इस आयोजन से क्षेत्र में नई चेतना का संचार होगा। सचिव चंदन सिंह बिष्ट ने सभी ककलासों वासियों और क्षेत्रवासियों को इस रामलीला में शामिल होने का न्योता दिया है और कहा कि यह आयोजन भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलने का संकल्प दिलाएगा।
इस रामलीला के माध्यम से ककलासों पट्टी न केवल अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोएगी, बल्कि यह क्षेत्र एक बार फिर से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। स्थानीय लोगों और प्रवासियों का यह उत्साह इस बात का प्रमाण है कि यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह समाज में एकता और सद्भावना का संदेश भी देगा।
