
चंपावत (उत्तराखंड): 38वें राष्ट्रीय खेलों के तहत टनकपुर में आयोजित राफ्टिंग डेमो प्रतियोगिता के दूसरे दिन भी कर्नाटक ने अपना शौर्य दिखाते हुए 5 स्वर्ण सहित कुल 6 पदक जीते। वहीं, मेजबान राज्य उत्तराखंड की महिला टीम ने स्लैलम इवेंट में रजत पदक जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया। प्रतियोगिता का समापन आज (10 फरवरी) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया
कर्नाटक का जलवा दो दिनों में कर्नाटक ने डाउन रिवर मिक्स्ड रेस स्लैलम वुमेन, और स्लैलम मिक्स्ड,सहित 5 स्वर्ण पदक जीते। इसके अलावा, पुरुष स्लैलम में कर्नाटक ने कांस्य पदक भी हासिल किया।
– मिक्स्ड डाउन रिवर रेस में कर्नाटक ने 34:07.967 का समय निकालकर स्वर्ण जीता, जबकि महाराष्ट्र (35:31.761) और हिमाचल प्रदेश (35:44.097) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक प्राप्त किए।
2. उत्तराखंड की उपलब्धियाँ
– महिला स्लैलम इवेंट में उत्तराखंड की टीम ने 5:18.360 के समय के साथ रजत पदक जीता। इससे पहले, पहले दिन डाउन रिवर इवेंट में भी उन्होंने रजत हासिल किया था।
– महिला टीम की सदस्य बबीता गोस्वामी ने बताया कि बिना पर्याप्त प्रैक्टिस के दो पदक जीतना चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने सरकार से भविष्य के आयोजनों के लिए कम से कम 15 दिनों का प्रशिक्षण समय देने की मांग की।
3. अन्य राज्यों का प्रदर्शन
सर्विसेज (एसएससीबी) ने पुरुष स्लैलम में स्वर्ण (3:40.690) जीता, जबकि आंध्र प्रदेश ने रजत (3:45.460) प्राप्त किया।
– हरियाणा ने महिला स्लैलम में कांस्य (6:09.740) और हिमाचल प्रदेश ने मिक्स्ड स्लैलम में रजत पदक (4:16.370) जीता।
- . आज होगा समापन समारोह
– मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शाम बूम घाट पर आयोजित समापन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इससे पहले, उनका कार्यक्रम शारदा घाट पर आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हिस्सा रहेगा।
कोच और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
– उत्तराखंड के सहायक कोच राकेश जोशी ने महिला टीम के प्रदर्शन की सराहना की और राफ्टिंग को प्रदेश का मुख्य खेल घोषित करने की मांग रखी।
– कर्नाटक के जय प्रकाश ने आयोजन की सुव्यवस्था के लिए उत्तराखंड सरकार को धन्यवाद दिया।
राष्ट्रीय खेलों की समग्र पदक तालिका में कर्नाटक 54 पदकों (28 स्वर्ण, 11 रजत, 15 कांस्य) के साथ शीर्ष पर है। वहीं, उत्तराखंड अब तक 33 पदक (4 स्वर्ण, 14 रजत, 15 कांस्य) के साथ 15वें स्थान पर है।
इस प्रतियोगिता ने टनकपुर के पर्यटन और साहसिक खेलों को बढ़ावा दिया है। स्थानीय प्रशासन और इंडियन ओलंपिक संघ ने इस आयोजन को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बताया है। नेपाल के कंचनपुर जिले के अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लेकर सांस्कृतिक एकता को मजबूती दी।
इस तरह, राष्ट्रीय खेलों ने न केवल खेल प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया, बल्कि क्षेत्रीय विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का भी मंच प्रदान किया।
उत्तराखंड के कोच ने की ये मांग: उत्तराखंड की पदक विजेता टीम के सहायक कोच राकेश जोशी ने महिला टीम के बेहतरीन प्रदर्शन पर खुशी का जाहिर की. उन्होंने सरकार से राफ्टिंग डेमो खेल को प्रदेश के मुख्य खेल के रूप में मान्यता देने की मांग की, ताकि प्रदेश के राफ्टिंग डेमो आयोजन में जीते मेडल और प्रमाण पत्र उनके काम आ सकें.
